तुम्हारा हर शब्द मेरी आत्मा तक पहुँचता है .
हर शब्द मुझे झकोर -झकोर के कहता है कि
मैं तुम्हारे लिए ही मन के आंगन से निकला हूँ .
,
हर बार जवाब मिलता है मुझे,
मेरा तुम्हारे शब्दों से ,
तुम्हारी वेदना,
और सब कुछ कह के भी चुप रह जाने की आदत से
मैं तुम्हारे इसी विश्वास के साथ बंधी हूँ
और सदा बंधी रहूंगी|
तुम्हारे इस स्नेह पाश में सदा बंधी रहूंगी |
-- अनुभूति