शुक्रवार, 8 अप्रैल 2011

छोटी सी चिड़ियाँ रानी


ओ मेरे राम जी !
ये छोटी सी चिड़ियाँ रानी ,
दीवानी ,
तुम्हारे नाम की |

कभी तुम्हारे स्नेह से,
अभिभूत ,
नैनों से नीर बहाई  ,

तो कभी तुम्हे साथ पाकर 
घंटो इस डाली से उस डाली ,
फुदक -फुदक चहचहाई  ,

कैसी अजब प्रीत तुहारी ,
ओ मेरे राम जी !

कभी फुदक के तुहारे ,
इस काँधे बैठी  ,
तो कभी उस काँधे बैठी 

मेरे राम जी,
समझाओ इस पगली ,
दीवानी को ,

तुम्हारी इस छोटी सी,
राम नाम की दीवानी को ,
इस छोटी सी,
चिड़ियाँ रानी को ,

दिन भर बस चहके  
ले तुम्हारा  नाम ,
बस ,

राम -राम-राम |

तेरी तलाश

निकला था तेरी तलाश में भटकता ही रहा हुआ जो सामना एक दिन आईने से , पता चला तू तो ,कूचा ए दिल में कब से बस रहा ................